राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों को संविधान अंगीकरण दिवस की 70 वीं वर्षगांठ के अवसर पर 26 नवम्बर को संविधान दिवस कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि संविधान के अध्याय 4-ए अनुच्छेद 51ए के संबंध में व्यापक जन-जागृति अभियान चलाया जाए। राज्यपाल ने कहा कि अभियान 26 नवम्बर से शुरू कर बाबा साहब अंबेडकर के जन्म दिवस 14 अप्रैल 2020 तक संचालित होगा। इस दौरान विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों का संचालन किया जाएगा।
राज्यपाल ने बताया कि राजभवन में 26 नवम्बर को संविधान दिवस के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, सभी खंडपीठ के न्यायाधीशों सहित समस्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश भी कार्यक्रम में शामिल होंगे।
राज्यपाल श्री टंडन ने निर्देश दिए हैं कि 26 नवम्बर 2019 से 14 अप्रैल 2020 के मध्य विद्यार्थियों में आपसी भाईचारे की भावना को मज़बूत बनाने, क्षेत्रीय भाषायी विविधताओं के प्रति पारस्परिक सम्मान, राष्ट्रीय अखंडता की प्रतिबद्धता, महिलाओं की गरिमा, सांस्कृतिक विरासत संरक्षण और वैज्ञानिक सोच विकसित करने के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।
राजभवन से विश्वविद्यालयों को जारी परिपत्र में कहा गया है कि नागरिकों को उनके मूल कर्तव्यों के प्रति जागरूक बनाने के लिए जागृति यात्राओं और दौड़ आदि के कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। ब्रोशर और पर्चों के माध्यम से संविधान की प्रस्तावना, मूल कर्तव्यों आदि की जानकारी प्रचारित-प्रसारित की जाए। निबंध, चित्रकला, नाटक, क्विज, वाद-विवाद प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएं। विश्वविद्यालय स्तर पर समूह चर्चा, संगोष्ठी आदि कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। इस दौरान कार्यक्रम में विधि विशेषज्ञों का व्याख्यान सत्र भी आयोजित किया जाए। राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा विधि सेवा शिविर लगाए जाएं। परिपत्र में युवाओं के लिये अध्ययन यात्राएं आयोजित करने के निर्देश भी दिए गए है। कहा गया है कि विद्यार्थियों को बाबा साहब बी.आर. आंबेडकर की जन्म स्थली का अवलोकन भी कराया जाए।